google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : स्‍वास्‍थ्‍य

स्‍वास्‍थ्‍य लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
स्‍वास्‍थ्‍य लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, जून 16, 2010

साफ-सफाई

0 Reviews
विश्व, खासकर विकासशील देशों के सामने स्वच्छ जल और साफ-सफाई की कमी एक बड़ी चुनौती है। यूनीसेफ के अनुसार, विश्व में जलजनित बीमारियों के कारण हर १५ सेकंड में एक बच्चे की मौत हो रही है। इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि स्वच्छ जल संभव हो, तो उबला हुआ पानी का सेवन करें।

गुरुवार, जून 10, 2010

असल खुशी

0 Reviews
पेरिस स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के एक अध्ययन में पता चला है कि दूसरों से अपनी आमदनी का मुकाबला करने वाले लोग खुश नहीं रहते। अपने सहयोगियों या रिश्तेदारों का वेतन आंकने के बाद ऐसे लोग खुद को कमतर समझने लगते हैं और जल्दी ही अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं। इसलिए आमदनी की तुलना से बचें।

रविवार, मई 16, 2010

स्वच्छ जल

0 Reviews
दुनिया में इनसान की जीवन प्रत्याशा बढ़कर औसतन ६६ वर्ष हो गई है, जो १९६० की औसत दर से २० वर्ष अधिक है। इसी तरह, पिछले ३० वर्षों में बाल मृत्यु-दर भी आधी हुई है। पर आज भी विश्व के एक अरब ३० करोड़ लोगों को पीने का साफ पानी नहीं मिल पाता। ऐसे में, स्वच्छ जल की हर बूंद की कीमत समझिए। 

रविवार, मार्च 07, 2010

बांस

4 Reviews
अन्य पेड़ों की तुलना में बांस पर्यावरण से 35  प्रतिशत ज्यादा कार्बन डाई आक्साईड गैस सोखने की क्षमता रखता है! अधिक से अधिक बांस के पेड़ न केवल कार्बन डाई आक्साईड कि मात्रा को कम कर सकते है बल्कि ग्लोबल आक्साईड की बढ़ रही मात्रा को भी कम कर सकते है! और ग्लोबल वर्मिंग के खिलाफ लड़ाई में भी बेहद मदगार हो सकते है!

शनिवार, फ़रवरी 27, 2010

तुलसी

1 Reviews
आयुर्वेद में तुलसी को अमृत माना गया है! वैद्यों का मनाना है की अगर प्रतिदिन प्रात:काल बासी मुहं तुलसि का पता चबा कर खाया जाये तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है! तुलसि के रस में संक्रामक रोगो को खत्म करने कि क्षमता हॊती है! काली मिर्च के साथ तुलसी की पत्ती को पीस कर प्रतिदिन सेवन करने से दांतों का दर्द दूर हो जाता है! तुलसी के सेवन कर्णशूल मूत्र संबंधी अनेक बीमारियां दूर होती है!

शुक्रवार, फ़रवरी 26, 2010

प्राकृतिक रोशनी

1 Reviews
एक शोध के अनुसार धूप की पूरी मात्र ना मिलने के कारण  युवा देर तक सोने के आदी बन रहे है ! वास्तव में नीद की समस्या मेलाटोनिन  हारमोनों की कमी के  कारण होती है जो हमें प्राकृतिक रोशनी से प्राप्त होती है ! आलस बने रहने से युवाओं की क्षमता भी प्रभावित होती है !


मित्रों के साथ साँझा करें !
!

हींग तेरे क्या क्या रंग!

2 Reviews
हींग गर्म तीक्ष्ण वात कफ़ और शूल को नष्ट करती  है और पित प्रकोपक होती है! यह रस मे कटु और उष्ण वीर्य होती है ! भोजन में रुचि उत्पन्न करती है! हींग को सौंफ़ के अर्क में देने से मूत्रावरोध में लभ होता है! हींग को पानी घोल कर नाक में उसकी बूंदे ढालने से आधा सीसी रोग में आराम मिलता है! हींग को पानी में उबाल कर इस पानी से कुल्ले करने से दांत का दर्द दूर होता है! अथवा दांत के पीले भाग मेम हींग भरने से दन्तकृमि नष्ट हो जाते है और दांत की पीड़ा मिट जाती है! हींग के सेवन से गर्भाशय की शुद्धि होती है मासिक धर्म साफ और समय से होने लगता है ! उदर वेदना को मिटाता है! निम्न चूर्ण को बना कर सेवन करने से अनेक रोगों में लाभ देने वाल होता है ! घी में सेंकी हुई हींग और काली मिर्च सेंधा नमक अजवाईन ज़ीरा सफेद और शाह ज़ीरा को समभाग में मिला कर चूर्ण बनाये ! थोड़ा चुर्ण भोजन से पूर्व खाने से अजीर्ण वायु हैजा आदि रोगों में आराम मिलत है! गर्म पानी के साथ मटर के बराबर हींग निगल जाने से उदरशूल अतिसार हिचकी और उल्टी में शीघ्र आराम मिलता है! कब्जियत के पुराने रोगियों के लिये हींग लाभदायक होत है! पेट दर्द होता हो तो हींग को थोड़े से पानी में मिला कर नाभि के आसपास और पेट पर इसका लेप लगाने से आराम मिलता है! बच्चों के पेत मरोड़ हो रहा हो तो नाभि के ऊपर लेप लगाने से बच्चे को आराम मिल जाता है ! हींग तो हींग है इसके क्या कहने.......
मित्रों के साथ साँझा करें

रविवार, दिसंबर 13, 2009

धुम्रपान

2 Reviews
धुम्रपान करने वाले अपने नजदीकियों को भी केंसर देते है ! गत वर्ष कुल छ हज़ार केंसर पीड़ितों में से 48 प्रतिशत ऐसे थे जो धुम्रपान नहीं करते थे ! यह आकडा इस साल अक्तूबर तक 8 प्रतिशत और बढ़ गया है ! लगातार धुम्रपान से पींठ के निचले भाग में दर्द की आशंका बढ़ जाती है ! 

शनिवार, दिसंबर 05, 2009

जलवायु परिवर्तन

3 Reviews

सेव द अर्थ नमक अंतर्राष्ट्रीय संस्था का आकलन है की जलवायु परिवर्तन के कारण  आने वाले वर्षों में संसार भर के लगभग 2 करोड़ 5 लाख बच्चे किसी ने किसी रूप में प्रभावित  होंगे ! अगर प्रयावरण को सुधार नहीं गया तो २०३० तक यह आंकड़ा चार लाख  तक पहुँच जायेगा ! जलवायु को बचने की पहल बेहद ज़रूरी है ! ताकि हमारा कल सुरक्षित रहे !

सयुंक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी है की जलवायु का दुष्प्रभाव विकासशील देशों की महिलाओं पर अधिक पड़ेगा ! वर्ष २१०० तक धरती के तापमान के छ डिग्री तक बढने की आशंका है जिससे दक्षिण ध्रुव की बर्फ पिघलेगी वस्तुता प्राकृतिक कामों से अधिक जुडी होने के कारण महिलाएं इससे प्रभावित होंगी

बुधवार, दिसंबर 02, 2009

शराब से केंसर का खतरा

2 Reviews
कनाडाई शोधकर्ताओं के अनुसार बीयर और शराब   के अधिक सेवन से केंसर का खतरा बढ़ जाता है ! विश्वविद्यालय  के शोध के अनुसार अधिक  सेवन से आहार की नाली के केंसर की आशंका सात गुना तक बढ जाती है !जयादा शराब पिने से अंत का केंसर की आशंका असी प्रतिशत तथा लंग केंसर का खतरा पचास प्रतिशत  तक बढ़ जाता है ! रोजाना बीयर और शराब का सेवन से छ तरह के केंसर की आशंका रहती है ! जिसमे सबसे ज्यादा खतरा नाल केंसर और लीवर केंसर का रहता है !

शुक्रवार, नवंबर 27, 2009

नियमित व्यायाम

2 Reviews


एक ताज़ा अनुसन्धान के अनुसार चालीस साल की आयु  के बाद कमज़ोर हो रही मांसपेशियों  तथा शारीर पर जमने वाली चर्बी को दूर करने के लिए सुबह टहलना नियमित व्यायाम करना और साईकिल चलाना एक बेहतर तरीका है ! इससे न मात्र शरीर चुस्त रहता है साथ ही डायबिटीज़ उच्च रक्त चाप तथा कैंसर जेसे रोगों से भी बचाव होता है !

शनिवार, अक्तूबर 24, 2009

सलमान महमूद

2 Reviews
कल दैनिक भास्कर में एक समाचार पढ़ा !
  ब्लॉग बनाकर थेलेसिमिया रोग के बारे में जागरूक करने वाले २३ साल के सलमान महमूद का लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया वेब डिवेलपर सलमान कराची में रहता था ! उन्होंने थेलेसिमिया रोग के साथ साथ अन्य लाइलाज बिमारियों के बारे में लोगो को जागरूक किया !


समाचार पढ़ने के बाद आज नेट पर बेठा और सलमान के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की ! इस कोशिश में पाया की सलमान ने थेलेसिमिया के बारे में लोगों को  जागरूक किया ! सभी ब्लॉग पर सलमान के काम का उलेख कर  श्रधान्जली दी गई थी !
सच अच्छा काम करने वाले इस दुनिया से कहीं दूर चले जाते है !

शुक्रवार, अक्तूबर 23, 2009

पानी की एक बूंद

0 Reviews
हमारे नलों की टोंटी से पानी टपकाना एक आम बात है ! लेकिन क्या आप अंदाजा लगा सकते है की नलों से टपकने वाली बूंदों से कितना पानी बरबाद हो जाता है ? एक
अनुमान के मुताबिक   लगभग बीस हज़ार लीटर से भी  ज्यादा पानी नलों के टपकने से प्रति वर्ष बरबाद हो जाता है ! जल बहुमूल्य है पानी के हर एक बूंद की कीमत समझाना हम सभी का कर्तव्य है !

शनिवार, अक्तूबर 17, 2009

अल्सर

4 Reviews
मैसाचुसेट्स तकनिकी संस्थान के एक शोध के अनुसार मछली चिकन के अलावा डेयरी उत्पाद फलों तथा सब्जियों में मौजूद एमिनो एसिड ग्लुटमाईन  से अल्सर को रोका जा सकता है !

शुक्रवार, अक्तूबर 16, 2009

तैलीय मछलियाँ

1 Reviews
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी  में किये गए शोध में बताया गया है की तैलीय मछलियों के सेवन से बुजुर्गों की याददास्त ठीक रहती है ! मछली के तेल में प्रयाप्त मात्र में विटामिन डी पाया जाता है जो मस्तिषक द्वारा संदेशों को ग्रहण करने और उन को याद रखने की क्षमता को बढाता है !

शुक्रवार, अगस्त 14, 2009

तुलसी के गुण

6 Reviews
आयुर्वेद में तुलसी को अमृत माना गया है! वैद्यों का विचार है की यदि रोज सुबह बासी मुंह तुलसी का चबा कर खाया जाए तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है ! तुलसी के रस में संक्रामक रोगों को ख़त्म कराने की क्षमता होती है ! काली मिर्च के साथ तुलसी की पट्टी को पिस कर गोली बना कर दो गोली प्रतिदिन सेवन करने से दांतों का दर्द दूर हो जाता है ! तुलसी के सेवन से कर्णशूल मूत्र संबधी अनेक बीमारियाँ भी दूर होती है !

शुक्रवार, जून 26, 2009

उपवास

2 Reviews

कभी कभी उपवास करना सेहत के लिए लाभदायक होता है ! उपवास के दोरान भोजन को पचाने में खर्च होने वाली उर्जा बच जाती है ! लिहाज़ा यह उर्जा शारीर से अवांछित पदार्थ को निकालने में खर्च होती है जिससे शारीर निरोग होता है ! मधुमेह मोटापा हृदय रोग भोजन की अधिकता के ही दुष्परिणाम है !

सोमवार, जून 15, 2009

प्लास्टिक की बोतलें

2 Reviews
सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी के ताज़ा शोध के मुताबिक प्लास्टिक की बोतलों में मोजुदा बिस्फिनाल ऐ नमक रसायन महिलाओं के स्वास्थ्य को नुकसान पंहुचा सकता है ! दरअसल इस रसायन से महिलाओं की धडकनों , तंत्रिका और प्रतिरक्षा तंत्रों को नुकसान पहुँचने की आशंका होती है !


बुधवार, जून 10, 2009

करेला तो भाई करेला है तभी तो नीम चढा है ...

4 Reviews
करेले का नाम सुनते ही जीभ में कड़वाहट सी खुल जाती है ! परन्तु इसके कड़वेपन पर ना जायें , औषधीय गुणों की दृष्टि से यह किसी भी अन्य सब्जी या फल से कम नहीं है ! करेला ग्रीष्म ऋतू की खुश्क तासीर वाली सब्जी है ! इसमें फास्फोरस प्रयाप्त मात्रामें पाया जाता ! यह कफकी शिकायत को दूर करता है ! दमा होने पर बिना मसाले की छोंकी हुई करेले की सब्जी खाने पर फायदा होता है १ पेट में गैस बनने या अपच होने पर करेले के रस का सेवन करना चाहिए! लकवे के मरीज को कच्चा करेला बहुत लाभदायक रहता है! उलटी दस्त या हैजा होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिला कर सेवन कराने से तुंरत लाभ मिलता है ! यकृत संबंधी बिमारियों के लिए तो करेला रामबाण औषधि है! जलोदर रोग होने या यकृत बढ जाने पर आधा कप पानी में दो बढ़ी चमच करेले का रस मिला कर ठीक होने तक रोजाना तीन चार बार सेवन करने से लाभ होता है ! पीलिया रोग में पानी में करेला पीसकर खाने से लाभ पहुँचता है ! तो मित्रों करेला खाइए और स्वस्थ रहिये ! जीवन है तो जहान है .........

गुरुवार, जून 04, 2009

पर्यावरण संरक्षण

2 Reviews
पर्यावरण दिवस आज पुरे संसार में मनाया जा रहा है ! पर्यावरण प्रदुषण वह समस्या है ! जिसकी चिंता सभी अपने अपने ढंग से करते रहे है ! बेहद दुःख की बात जब इसके समाधान की बात चलती है तो पर्यावरण दिवस आज पुरे संसार में मनाया जा रहा है ! पर्यावरण प्रदुषण वह समस्या है ! जिसकी चिंता सभी अपने अपने ढंग से करते रहे है ! बेहद दुःख की बात जब इसके समाधान की बात चलती है तो सभी इधर उधर हो जाते है ! प्रदुषण चाहे केसा भी हो इससे निपटाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है ! हमारे आस पास के वातावरण को सही और सुंदर रखना हमारा कर्त्तव्य है ! आज संसार में राजनितिक प्रदुषण है सांस्कृतिक प्रदुषण है सामाजिक और अन्य कई प्रकार के प्रदुषण है ! आज बेशक संसार में अनेको आयोजन किये जा रहे है लेकिन क्या हम वास्तव में इसके प्रति गंभीर है ! यदि हाँ तो क्या हम मात्र साल में एक बार इसके आयोजन का बाद पुरे साल का लिए चुप क्यों हो जाते है ! पुरे वर्ष हम आस पास भर हर प्रकार भर वातावरण को तो गन्दा करते रहते है और साल भर अंत में एक आयोजन मन कर चुप हो जाते है ! चलिए कुछ अलग करते है ताकि आयोजन पुरे वर्ष पर चलते रहे और हमारे लिए प्रत्येक दिन प्रयावरण दिवस हो ! सभी इधर उधर हो जाते है ! प्रदुषण चाहे केसा भी हो इससे निपटाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है ! हमारे आस पास के वातावरण को सही और सुंदर रखना हमारा कर्त्तव्य है ! आज संसार में राजनितिक प्रदुषण है सांस्कृतिक प्रदुषण है सामाजिक और अन्य कई प्रकार के प्रदुषण है ! आज बेशक संसार में अनेको आयोजन किये जा रहे है लेकिन क्या हम वास्तव में इसके प्रति गंभीर है ! यदि हाँ तो क्या हम मात्र साल में एक बार इसके आयोजन का बाद पुरे साल का लिए चुप क्यों हो जाते है ! पुरे वर्ष हम आस पास भर हर प्रकार भर वातावरण को तो गन्दा करते रहते है और साल भर अंत में एक आयोजन मन कर चुप हो जाते है ! चलिए कुछ अलग करते है ताकि आयोजन पुरे वर्ष पर चलते रहे और हमारे लिए प्रत्येक दिन प्रयावरण दिवस हो !
 
ब्लोगवाणी ! INDIBLOGGER ! BLOGCATALOG ! हिंदी लोक ! NetworkedBlogs ! हिमधारा ! ऐसी वाणी बोलिए ! ब्लोगर्स ट्रिक्स !

© : आधारशिला ! THEME: Revolution Two Church theme BY : Brian Gardner Blog Skins ! POWERED BY : blogger