google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : गुलदस्ता

गुरुवार, अप्रैल 02, 2020

गुलदस्ता

कुछ  दिन पूर्व गमलों के लिए फूल के पौधें लाया था। मोल भाव करने के बाद पांच पौधें लिए। पौधे वाला कहने लगा, भाई साहब इन्हें इक्कठे एक ही गमले में लगाना। गुलदस्ता बनेगा तो अच्छा लगेगा। 
पौधे वाले कि बात मानते हुए सभी पौधे एक ही गमले में लगा दिए।
आज चेक किया तो एक पौधा सूख गया था। न चाहते हुए भी उसे उखाड़ना पड़ा। 
और फैंक दिया कूड़ेदान में ... ।

2 Reviews:

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