google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : ज़िल्लत की ज़िन्दगी

शनिवार, अप्रैल 05, 2014

ज़िल्लत की ज़िन्दगी

ज़िल्लत की ज़िन्दगी जियो
अश्क अन्दर ही अन्दर पियो
देख ली तेरी खुदाई यारब
लानत है अब तो लब सियो

0 Reviews:

एक टिप्पणी भेजें

" आधारशिला " के पाठक और टिप्पणीकार के रूप में आपका स्वागत है ! आपके सुझाव और स्नेहाशिर्वाद से मुझे प्रोत्साहन मिलता है ! एक बार पुन: आपका आभार !

 
ब्लोगवाणी ! INDIBLOGGER ! BLOGCATALOG ! हिंदी लोक ! NetworkedBlogs ! हिमधारा ! ऐसी वाणी बोलिए ! ब्लोगर्स ट्रिक्स !

© : आधारशिला ! THEME: Revolution Two Church theme BY : Brian Gardner Blog Skins ! POWERED BY : blogger