देश में पहली बार अश्व मेघ यज्ञ की अश्व यात्रा हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुरू हो गई है ! रामायण काल की तरज पर कुल्लू में रघुनाथ जी के मंदिर से यात्रा शुरू हुई ! इस यात्रा के लिए एक बढे आयोजन का कर्यक्रम रखा गया है ! ये यात्रा १८ अक्टूबर तक चलेगी और १९ अक्तूबर से कुल्लू के ढालपुर मैदान में अश्व मेघ यज्ञ का आयोजन होगा ! इस दोरान अश्व पुरे जिला की परिक्रमा करेगा और विभिन् स्थानों पर अश्व का स्वागत होगा ! पहली बार हो रहे इस तरह के आयोजन के लिए अश्व यात्रा रघुनाथ से रवाना हो गई ! गौर तलब है राजा जगत सिंह के समय १६५१ में कुल्लू में भगवन रघुनाथ और माता सीता की अंगुष्ठ मात्र मूर्तियाँ की स्थापना की गई थी ! माना जाता है की यह वही मुर्तिया है जो भगवन श्री राम ने अपने समय में स्वयं विशिष्ठ ऋषि की आज्ञा पर बनवाई थी १ इस घटना को पुरे ३६० वर्ष पुरे होने के उपलक्ष में ये यज्ञ किया जा रहा है ! यज्ञ में १०८ ब्रह्मण अपनी उपस्थिथि दर्ज करवाएंगे
इन्ही धार्मिक आस्थाओं के लिए हिमाचल प्रदेश को देव भूमि कहा जाता है !
2 Reviews:
bdiya jankari di aapne. sirji mujhe lgta hai shi shbd ashvmegh nhi blki ashvmedh hai krpya dekhkar btayein me glt hoon ya aap shi hain
इतने बड़े यज्ञ का नज़ारा ही बड़ा सुन्दर होगा परन्तु आज के युग में इसकी क्या एवं कितनी उपयोगिता है?
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