वेबजह घर से यूँ जाया नहीं करते
मां को अपनी रुलाया नहीं करते।
उदास है, चिंतित है सब यहां
रिश्तों को यूं पराया नहीं करते ।
बहने देखे रंगों और राखी को एकटक
बिन अपनो के उत्सव भाया नहीं करते।
भर जाती है रौनके तुम्हारी मुस्कराहटों से
लुकाछिपी से अपनों को सताया नहीं करते ।
बदरंग, दोगली, अहसानफरामोश है ये दुनिया
राह चलते को कभी मेहमान बुलाया नहीं करते ।
1 Reviews:
वाह ...
माँ को यूँ रुलाया नहीं करते ... हर शेर अलग अन्दाज़ का लाजवाब ...
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