बिन अपनों के होली कैसी
परदेस में अपनी बोली कैसी
होली हुडदंग वाह खुब है
संगी साथी हमजोली कैसी
कौन कहाँ कैसा संदेशा
अकेले अकेले ये टोली कैसी
हिसाब किताब पक्का सबका
घर अपना अपनी खोली कैसी
जीते जी की है शिकवे शिकायते
आने जाने की ये पहेली कैसी
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