google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : ममत्व

सोमवार, जनवरी 23, 2017

ममत्व


संसार तब तक
ही सुन्दर है
जब इसे
देखते है
माँ की आँखों से
संसार
भयानक है
डरावना है
अवसरवादी है
जब भी देखा
अपनी आखों से
संसार में मात्र
ममत्व  सुन्दर है
और कुछ भी नहीं

2 Reviews:

kuldeep thakur on 25 जनवरी 2017 को 8:32 pm बजे ने कहा…

दिनांक 26/01/2017 को...
आप की रचना का लिंक होगा...
पांच लिंकों का आनंद... https://www.halchalwith5links.blogspot.com पर...
आप भी इस प्रस्तुति में....
सादर आमंत्रित हैं...

Unknown on 26 जनवरी 2017 को 10:28 pm बजे ने कहा…

सुन्दर शब्द रचना
गणत्रंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

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