google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : नारसिंह

शनिवार, जुलाई 25, 2015

नारसिंह

वैसे मैं इन बातों पर विश्वास नहीं करता। लेकिन पिछले वर्ष से अस्वस्थ होने के कारण दवा और दुआ का दौर निरंतर चलता रहा है । गत वर्ष 14 अप्रैल 2014 को गंभीर रूप से अस्वस्थ हुआ था दुसरे शब्दों में कहूँ तो मैंने मौत का साक्षात्कार किया । मेरे विद्यालय के सहयोगियों ने समय रहते मुझे स्थानीय अस्पताल पहुंचा कर चिकित्सा सहायता प्रदान की जिससे मैं स्वस्थ हो पाया।
इस एक वर्ष में दवा और दुआ सफर साथ साथ रहा । ग्रहों की दशा और दिशा जानने का प्रयास भी किया गया किसी ने कहा की किसी ओझा से भी बातचीत जरुर करें । बातचीत की गई तो बताया गया की आप पर नारसिंह लगाया गया है । किसने लगाया है इसका मात्र संकेत दिया गया की कोई औरत है जो आपको समाप्त करना चाहती है ।अब मैं उस औरत को कहाँ खोजु और पुछू की बता मेरी खता क्या है है?
इस पोस्ट को लिखने का उद्वेश्य मात्र आपका मन्तव्य जानना है की इस पर विश्वास किया जाए या नहीं । मैं तो मात्र इतना समझता हूँ की देवी देवता किसी का अहित नहीं करते तो मेरा भी नहीं करेगें ।
अब आप ही बताएं ......

1 Reviews:

kuldeep thakur on 25 जुलाई 2015 को 11:10 am बजे ने कहा…

सर्वप्रथम मैं आप की कुशल स्वास्थय की कामना करता हूं।
मेरा मानना है कि इन देवी देवताओं की शक्तियां केवल सिद्ध की जाती है, ये आग के समान होती है इन्हे जिधर लगाओ लग जाती है।
ये किसी का हित व अहित नहीं देखती, ये केवल प्रभावित करती है उसे जिस पर इनका प्रयोग किया जाता है।

एक टिप्पणी भेजें

" आधारशिला " के पाठक और टिप्पणीकार के रूप में आपका स्वागत है ! आपके सुझाव और स्नेहाशिर्वाद से मुझे प्रोत्साहन मिलता है ! एक बार पुन: आपका आभार !

 
ब्लोगवाणी ! INDIBLOGGER ! BLOGCATALOG ! हिंदी लोक ! NetworkedBlogs ! हिमधारा ! ऐसी वाणी बोलिए ! ब्लोगर्स ट्रिक्स !

© : आधारशिला ! THEME: Revolution Two Church theme BY : Brian Gardner Blog Skins ! POWERED BY : blogger