google.com, pub-7517185034865267, DIRECT, f08c47fec0942fa0 आधारशिला : जीवन का सार

गुरुवार, मई 15, 2014

जीवन का सार

पदचिन्‍ह 
जो छोड़ जाते है
अग्रज
वही होते है
जीवन की धूरी
चलना होता है
उन्‍ही पर
जीवन पर्यन्‍त
अंतत:
वही है जीवन की पूंजी
अनुभव
और जीवन का सार

0 Reviews:

एक टिप्पणी भेजें

" आधारशिला " के पाठक और टिप्पणीकार के रूप में आपका स्वागत है ! आपके सुझाव और स्नेहाशिर्वाद से मुझे प्रोत्साहन मिलता है ! एक बार पुन: आपका आभार !

 
ब्लोगवाणी ! INDIBLOGGER ! BLOGCATALOG ! हिंदी लोक ! NetworkedBlogs ! हिमधारा ! ऐसी वाणी बोलिए ! ब्लोगर्स ट्रिक्स !

© : आधारशिला ! THEME: Revolution Two Church theme BY : Brian Gardner Blog Skins ! POWERED BY : blogger