आज विश्व में जावन प्रजाति के गैंडों की संख्या मात्र 100 रह गई है !
न्यू गिनी द्वीप पर पक्षियों की कई ऐसी प्रजातियाँ पाई जाती है जिनके पंखों में ज़हर होता है !
कई बार व्यक्ति कलाकार न होते हुए भी कई महत्त्व पूर्ण कम कर जाता है जिससे वह इतिहास में जगह बना लेते है ! चीन के शैनड़ोंग आर्ट्स महाविधालय के एक अध्यापक ने 2007 में शैनड़ोंग म्यूजियम में फ़ॉसिल नामक अपनी कलाकृति का प्रदर्शन किया था जो पुराने कम्पूटर के पुर्जों की मदद से बनाई गई थी ! इसे अब aap क्या कहेगे !
5 Reviews:
अजूबा ही कहेंगे..
बाकी अच्छी जानकारी!
acchi bat batai hai aapne
महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकारी , परन्तु गैंडा व बाघ अदि वन्य प्राणियों की घटती संख्या वास्तव में ही चिंता का विषय है. प्राकृतिक संतुलन बनाये रखने के लिए इन प्रजातियों का संरक्षण अनियार्य है.
nishchit roop se chintaa kaa vishay hain.
kuch thoss kiyaa jaanaa atyant aavashyak hain.
thanks.
www.chanderksoni.blogspot.com
nice information
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