जिजीविषा
लेती है परीक्षा हमेशा,
हर मोड़ पर
हर पग पर,
जिजीविषा
करती रहती है मुकाबला
वार्ड से
स्ट्रेचर से
ऑक्सीजन से
वेंटिलेटर से
निरंतर चुभते
बेधते इंजेक्शनों से,
जिजीविषा
रुकना नहीं चाहती
वो मिलना चाहती है
सभों से अपनो से,
दौड़ती ही रहेगी हमेशा
जिजीविषा, एकाकी ही....
लेती है परीक्षा हमेशा,
हर मोड़ पर
हर पग पर,
जिजीविषा
करती रहती है मुकाबला
वार्ड से
स्ट्रेचर से
ऑक्सीजन से
वेंटिलेटर से
निरंतर चुभते
बेधते इंजेक्शनों से,
जिजीविषा
रुकना नहीं चाहती
वो मिलना चाहती है
सभों से अपनो से,
दौड़ती ही रहेगी हमेशा
जिजीविषा, एकाकी ही....
0 Reviews:
एक टिप्पणी भेजें
" आधारशिला " के पाठक और टिप्पणीकार के रूप में आपका स्वागत है ! आपके सुझाव और स्नेहाशिर्वाद से मुझे प्रोत्साहन मिलता है ! एक बार पुन: आपका आभार !