शुक्रवार, मई 12, 2023
अम्मा
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अम्मा बुनती है रंग बिरंगी गेंदें , वो जानती है पहाड़ की तलहटी में सर्दियों के मौसम में खेल होगा और जुटेंगे अनगिनत लोग , अम्...
गुरुवार, मई 11, 2023
कान
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दिवारों के कान होते हैं। हमेशा सुना है। लेकिन ये कान बहरे होते हैं। ये सच और सही सुन नहीं पाते यही बहरे कान अक्सर अफवाह फैलाते है
रविवार, मार्च 19, 2023
शिमला मैं तुम्हे याद करता हूँ।
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शिमला मैं तुम्हे याद करता हूँ। बचपन यही तो बिता है। मटरगश्ती भी तो यही की है। ढली उस समय मिडल स्कूल होता था। मशोबरा से दसवीं पास करने के ब...
गुरुवार, दिसंबर 29, 2022
आदमी कितना बेईमान है?
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आदमी कितना बेईमान है ? ये तो समय रहते ही पता चलता है। कब और कहां बेईमानी कर जाए कोई पता ही नहीं चलता। कल कुछ खरीदारी करने बाजार गया तो अ...
रविवार, नवंबर 06, 2022
मत आना मेरे नगर
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मत आना तुम मेरे नगर मैं बहुत तंग हो जाता हूँ और उससे भी ज्यादा तंग करते हैं सुरक्षा कर्मी, मैं नहीं खरीद पाता हूँ सब्जियां, मुझे नहीं मिलत...
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